Virendra Sehwag’s Statement: “अंपायर भी पैसे ले रहे हैं”
IPL 2025 का सीजन बहुत ही रोमांच से भरपूर चल रहा है, लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के लिए थोड़ा मुश्किल चल रहा है। हाल ही में उन्हे मुंबई इंडियंस (MI) के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। लेकिन मैच में कुछ ऐसा हुआ जिसके कारण टीम चर्चा में या गई।
Ishan Kishan ने मैदान छोड़ा

SRH की पारी के तीसरे ओवर में ईशान किशन ने लेग साइड पर गेंद मारने की कोशिश की, लेकिन चूक गए। गेंद MI के विकेटकीपर Ryan Rickelton के पास गई और MI के खिलाड़ियों ने कैच की अपील की।
इस बात ने सभी को चौंका दिया – अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया, लेकिन ईशान किशन फिर भी मैदान से बाहर चले गए, जैसे कि वे आउट थे। जब रिप्ले दिखाया गया, तो यह स्पष्ट था कि गेंद उनके बल्ले को नहीं छुई थी। फिर भी उन्होंने ने मैदान क्यूँ छोड़ा ये सपस्ट नहीं था। लोग चकित थे की जब अंपायर ने कहा ही नहीं है कि वे आउट हैं, तो कोई Ishan Kishan ने मैदान क्यों छोड़ा?
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Virendra Sehwag’s ने क्या कहा?
पूर्व क्रिकेटर Virendra Sehwag ने क्रिकबज पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा:
कई बार उस समय दिमाग काम करना बंद कर देता है। यह दिमाग की कमजोरी थी। रुक तो जा। अंपायर भी पैसे ले रहे हैं। उसे अपना काम करने दो। मैं इस ईमानदारी को समझ नहीं पाया। अगर गेंद किनारे से लगती तो समझ में आता क्योंकि ऐसा करना खेल भावना के अनुरूप होता, लेकिन यह आउट नहीं था; अंपायर को यकीन नहीं था और आप अचानक से मैदान छोड़कर चले गए।
Virendra Sehwag
Virendra Sehwag ने कहा कि अगर गेंद बल्ले को छूती तो पवेलिअन चले जाना ठीक होता। इससे ईमानदारी और अच्छी भावना का पता चलता। लेकिन जब किनारा लगा ही नहीं और अंपायर ने उसे आउट ही नहीं दिया तो Ishan Kishan चले क्यूँ गए समझ में नहीं आता।
Virendra Sehwag ने Vaibhav Suryavanshi को भी सलाह दी
सहवाग ने मुंबई इंडियंस के युवा खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी को भी सलाह दी, जिन्होंने अपने पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया।
अगर वैभव 20 साल तक आईपीएल खेलना चाहता है, तो उसे विराट कोहली से सीखना चाहिए। चाहे आप अच्छा खेलें या बुरा, हमेशा विनम्र बने रहें।
सहवाग ने कहा कि कुछ युवा खिलाड़ी शुरुआती सफलता के बाद घमंडी हो जाते हैं, और फिर उनका प्रदर्शन गिर जाता है। ध्यान केंद्रित रखना और जमीन से जुड़े रहना लंबे करियर की ओर ले जाता है।
इशान किशन के इस फैसले ने न केवल प्रशंसकों को बल्कि क्रिकेट विशेषज्ञों को भी अवाक कर दिया। खेल में जहां हर रन मायने रखता है, वहीं इस तरह का कदम दिमागी थकावट जैसा लगा। सहवाग के शब्द कठोर लग सकते हैं, लेकिन वे वही दर्शाते हैं जो कई लोग सोच रहे थे – आप तब तक अपना विकेट नहीं छोड़ते जब तक आपको यकीन न हो कि आप आउट हो चुके हैं। इस तरह से बाहर जाना, खासकर तब, जब आपकी टीम टीम को आपकी जरूरत हो या पहले से ही संघर्ष कर रही हो।
Rohit Sharma और Surya Kumar Yadav की बल्लेबाजी
SRH के सामने असमंजस की स्थिति थी, जबकि मुंबई इंडियंस शांत और आत्मविश्वास से भरी हुई थी। Rohit Sharma ने शानदार पारी खेली और 46 गेंदों में 70 रन बनाए। Surya Kumar Yadav ने नाबाद 40 रन बनाकर उनका साथ दिया और दोनों ने मिलकर MI को आसानी से मैच जीतने में मदद की।
SRH के लिए Heinrich Klassen (71 रन) और Abhinav Manohar (43 रन) ने अच्छी साझेदारी की, लेकिन उनका कुल स्कोर 143/8 बहुत कम था। मुंबई ने लक्ष्य को केवल 15.4 ओवर में हासिल कर लिया और अपनी लगातार चौथी जीत दर्ज की।
Source: Cricbuzz