Ajit Agarkar: न्यूज़ीलैंड (NZ) के खिलाफ जो हुआ, दोबारा नहीं होगा

इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि आखिर क्यों Ajit Agarkar ने चेतावनी दी और कहा, “हम नहीं चाहते कि न्यूजीलैंड के खिलाफ जो हुआ, वह दोहराया जाए।“भारत की सीनियर पुरुष चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने हाल ही में क्रिकेट जगत और क्रिकेट प्रेमियों को एक सख्त और सशक्त संदेश दिया है।

Ajit agarkar bcci

2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत में ही मिली सीरीज की हार, जो दो दशकों में पहली बार भारत 3-0 से होम ग्राउंड में पराजित हुआ था, उस बात को याद दिलाते हुए Ajit Agarkar ने साफ कहा, हम नहीं चाहते कि न्यूजीलैंड के खिलाफ जो हुआ, वह फिर से दोहराया जाए। यह बयान उन्होंने 2025 अक्टूबर के शुरू में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा के दौरान दिया था।

इतिहास से सीख कर मजबूत टीम बनाना: Ajit Agarkar

न्यूजीलैंड से मिली हार भारतीय टीम, चयनकर्ताओं और प्रबंधन के लिए एक चेतावनी जैसी थी। इससे भारतीय टीम की रचना, धैर्य और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जैसे अहम मुकाबलों में दबाव झेलने की क्षमता की कमजोरी उजागर हुई थी। Ajit Agarkar के शब्द इस बात को दर्शाते हैं कि सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट ने इस दर्दनाक चैप्टर से सबक लेने का मन बना लिया है और दृढ़ संकल्प लिया है कि ऐसी चूक दोबारा न हो।

टीम में संतुलन बनाए रखने के लिए कठिन निर्णय लेना अनिवार्य: Ajit Agarkar

चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में Ajit Agarkar की जिम्मेदारी है कि वह लगातार खिलाड़ियों का परीक्षण करें—उनके फॉर्म, फिटनेस और टीम संतुलन के आधार पर। टीम की घोषणा के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि जहाँ कई सिलेक्शन आसान थे, वहीं प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बनाए रखने के लिए कुछ फैसले कठिन भी लेने पड़े। इनमें से एक फैसला करुण नायर को बाहर करना था, जो सिलेक्टर्स की निरंतरता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पा रहे थे।

अजीत आगरकर के अनुसार, लगातार प्रदर्शन और टेस्ट क्रिकेट की चुनौतियों को संभालने की तैयारी अनिवार्य है। यह दृष्टिकोण योग्यता पर आधारित प्रणाली की ओर इशारा करता है, जहाँ परफॉर्मेंस करने वाले खिलाड़ी ही अपनी जगह बनाते और बनाए रखते हैं, चाहे उनकी पिछली उपलब्धियाँ या नाम कुछ भी हो।

नया नेतृत्व टीम का संतुलन बनाए रख पाएगा क्या?

इस घोषणा की एक बहुत बड़ी खासियत यह भी थी कि शुभम गिल भारत का नया टेस्ट कप्तान घोषित किया गया है। यह उनका पहला होम टेस्ट सीरीज होगा बतौर कप्तान, जिसमें रविंद्र जडेजा उपकप्तान की भूमिका निभाएँगे। जबकि ऋषभ पंत तो अभी चोटिल हैं। लेकिन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी होगी, जो तेज गेंदबाजी क्रम की आक्रामक अगुवाई करेंगे।

यह बयान और भारतीय टेस्ट टीम में नेतृत्व के ये बदलाव, दोनों मिलकर इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि न्यू वाली हार भारतीय चयनकर्ताओं के दिल पर लगी थी। और उन्होंने भविष्य को देखते हुए नए लीडर्स को तैयार करने और टीम की बुनियाद को मजबूत करने के मिशन पर अपना ज्यादा से ज्यादा ध्यान दिया है।

अजीत आगरकर के शब्द महज शब्द नहीं हैं। वे अपने आप में एक बहुत बड़ा स्टेटमेंट हैं, जो यह दिखाता है कि भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट को लेकर बहुत ज्यादा अग्रसर है। न्यूजीलैंड के खिलाफ हार को दोहराने से बचने का एक अलग संकल्प यह दिखाता है कि भारतीय क्रिकेट टेस्ट क्रिकेट को सर्वोपरि रखता है।

आगे का रास्ता: वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट और उससे आगे।

भारत 2 अक्टूबर 2025 से शुरू होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज में वेस्टइंडीज का सामना करेगा। इस सीरीज को लेकर उम्मीदें ऊँची हैं। भारत को घर में अपना दबदबा फिर से साबित करना होगा और WTC अभियान को मजबूती देने के लिए ज्यादा से ज्यादा अंक हासिल करने होंगे। यह संदेश जवाबदेही और पेशेवर रवैये की झलक देता है। सिलेक्टर्स ऐसी टीम उतारना चाहते हैं जो अनुशासित हो, समझदारी से क्रिकेट खेले और भारत के घरेलू रिकॉर्ड का पूरा फायदा उठाए। इसमें युवा खिलाड़ियों को निखारना और अनुभवी खिलाड़ियों की फिटनेस पर ध्यान बनाए रखना भी शामिल है।

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